अनुच्छेद :(1)
चबाने की गोंद (च्युइंग गम) की खोज मेक्सिको के जंगलों मे मायन लोगों ने 1000 वर्ष पूर्व की थी। उन्होंने पाया कि 1 सैपोडिया के पेड़ से कोई तरल पदार्थ बह रहा है। जब वह बाहर निकल आता तो गाढ़ा हो जाता था, वे उसे चिकल कहते थे, जो चबाया जा सकता था और स्वादिष्ट होता था। आज भी चीकलेरो कहे जाने वाले श्रमिक चिकल का संग्रह करते हैं। चिकल को अपनी पानी हटाने के लिए उबाला जाता है। उसके बाद बड़े टुकड़े प्रत्येक लगभग 30 पौंड या 14 किलोग्राम के बनाए जाते है। इन टुकड़ों को गोंद की फैक्ट्री में भेजा जाता है। वहां उसे मीठा नरम सुगंधित और रंगीन बनाने के लिए अनेक चीजों के साथ मिलाया जाता है।1. ……… ने चबाने वाली गोंद की खोज की।
- गोंद की फैक्ट्री
- शैंपूडीला
- चीकलेरो
- मायन
2.………… वे श्रमिक होते हैं जो चिकल एकत्र करते हैं।
- चीकलेरो
- गमर
- मायन
- सपोडिला
3. चिकल के बड़े टुकड़े कहां भेजे जाते हैं?
- कैंडी स्टोर में
- मेक्सिको के जंगलों में
- पुनर्चक्रण केंद्रों में
- गोंद की फैक्ट्री में
4.चिकल में बहुत से पदार्थ निम्न सभी के लिए मिलाए जाते हैं सिवाय…….के लिए
- नरम बनाने
- सुगंधित बनाने
- गाढ़ा करने
- मीठा बनाने
5.इस अनुच्छेद के लिए उपयुक्त शीर्षक चुनिए।?
- गोंद
- चीकलेरो की कथा
- च्युइंग गम की कथा
- इनमें से कोई नहीं
अनुच्छेद :(2)
अपने बीजों,छाल और पत्तियों के औषधीय लाभों के कारण नीम के वृक्ष को गांव का औषधालय कहा जाता है। संस्कृत में इसे अरिष्ट कहा जाता है जिसका अर्थ है निर्दोष,नष्ट ना होने वाला। कीटों को नियंत्रित करने के लिए नीम का तेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसका उपयोग मच्छरों के प्रतिरोधक के रूप में भी किया जा सकता है। नीम के बीजों की खली उर्वरक के रूप में प्रयुक्त होती है। नीम की पत्तियों का लेप चेचक की चिकित्सा में काम आता है। नीम की टहनियां जिन्हें सामान्यत: दातुन कहते हैं , गांव में दांत के ब्रश के रूप में प्रयुक्त होता है। मक्खियों और पशुओं की कीलनीयो पर उनके नियंत्रण के लिए छाल और जड़ों का उपयोग भी चूर्ण के रूप में होता है।1. औषधालय है।
- गोंद की फैक्ट्री
- खेल का मैदान
- कृषि भूमि
- औषध भंडार
2.नीम के पेड़ का किसानों के लिए उपयोगी भाग है।
- बीज
- पत्तियां
- टहनिए
- छाल
3. निम्न में से कौन सा शब्द निर्दोष का पर्यायवाची है
- कुरूप
- बेजोड़
- त्रुटिहिन
- दोष रहित
4.अनुच्छेद में शब्द कीट से क्या तात्पर्य है
- क्रोध व्यक्ति
- गंदा पानी
- फसल नष्ट करने वाले कीड़े मकोड़े
- प्रदूषण
5. गांव में नीम की का उपयोग दांत के ब्रश के रूप में किया जाता है
- जड़ों
- टहनियां
- बीज की खली
- इनमें से कोई नहीं
अनुच्छेद :(3)
भारत तीर्थयात्रियों तथा तीर्थयात्राओं का देश है। यह पवित्र स्थल ,वो चाहे पर्वतो पर हो या सपाट मैदानों में सामान्यतया या तो नदि के तटों पर स्थित है या समुद्र के तटो पर। इन तीर्थ स्थानों पर पहुंचने वाले केवल धार्मिक लोग ही नहीं होते है बल्कि पुरे भारत से और विदेशों से पर्यटक एवं सैर सपाटे वाले लोग भी यहां आते हैं। जहां कहीं दो या अधिक नदियां मिलती है , तीर्थयात्री वहां स्नान और पूजा करते हैं,क्योंकि माना जाता है कि वह स्थान पवित्र होता है ऐसा ही एक स्थान हरिद्वार भी है जो गंगा नदी के तटीय भूमि पर स्थित है।1. पवित्र स्थानों पर जाने वाले लोग होते हैं।
- समुद्री यात्री
- व्यापारी
- बच्चे
- पर्यटक
2.निम्नलिखित में से कौन सा शब्द सामान्यतया का पर्यायवाची है।
- आम तौर पर
- सार्वजनिक रूप से
- कभी-कभी
- परिणाम स्वरूप
3. उस स्थान को पवित्र माना जाता है जहां दो या अधिक नदियां मिलती है इस कथन में शब्द पवित्र का विलोम क्या है?
- ईश्वरीय
- धार्मिक
- धर्मनीस्ट
- अपावन
4.लोग गंगा नदी में स्नान और पूजा के लिए आते हैं क्योंकि उसका जल है
- स्वास्थ्यवर्धक
- सीतल
- पवित्र
- साफ और स्वस्थ
5. लोग तीर्थ यात्रा पर जाते हैं क्योंकि वह होते हैं
- धार्मिक
- उत्सुक
- खोजी
- इनमें से कोई नहीं
अनुच्छेद :(4)
अजीत का जन्मदिन था। उसके सभी मित्र और संबंधी एकत्र हुए थे। उसे कई भेंट मिली उनमें किताबें, खिलौने और कपड़े थे। अजीत की चाची ने उसे एक आश्चर्यजनक भेंट दिया था। वह था एक गुलाब का पौधा। अजीत को चाची की भेंट सबसे अधिक पसंद आई और वह भागकर बगीचे में गया और उसे वहां रोप दिया। अजीत रोज ही उसे सींचता था। वह जैसे ही सुबह जागता भाग कर देखता कि गुलाब का पौधा कितना बड़ा हो गया है। एक दिन उसने देखा कि दो छोटी कलियां बाहर झांक रही थी। वह कलियों को सुंदर पीला गुलाब बनते देख रहा था। वह प्रसन्न और रोमांचित था। उसने अपनी मां की मदद से फूल तोड़े। उसने पहले दो गुलाब अपने बहन तथा माँ को भेंट किया। अजीत ने फिर यह निर्णय किया कि वह अपने बगीचे में और भी पौधों को लगाएगा।1. जन्मदिन पर अजीत की सबसे अच्छी भेंट थी।
- किताब
- रेस कार
- कमीज
- गुलाब का पौधा
2.जैसे ही अजीत जागता।
- स्नान करता
- पौधे की ओर दौड़ता
- स्कूल चल देता
- पढ़ना प्रारंभ कर देता
3. पहले गुलाब में कितनी कलियां आई?
- 1
- 3
- 2
- बहुत सी
4.अजीत ने पहले दो गुलाब किसे भेट की
- चाची को
- मित्रों को
- मां और बहन को
- मां और चाची को
5. रोमांचित शब्द का अर्थ है
- भयभीत
- उत्तेजित
- खोजी
- उदास
अनुच्छेद :(5)
मेरा गुप्त और प्रिय स्थान कोई वैसा सुंदर भवन या कोई वैसा यादगार जगह नहीं था। यह न तो कोई उद्यान था और ना मनोरंजन का पार्क या नदीयो का तट , यह तो केवल एक नाले का पाइप था जो लंबी घास से घिरा हुआ और ढका था। मैं इसे कोई नाम नहीं दे सकता,बस इतना कह सकता हूं कि मैं इसे प्यार करता था और इसे छिपाने की स्वर्गीय जगह कहता था। रोज लंच की छुट्टियों के समय आधे घंटे मैं और मेरा प्रिय मित्र नाले के पाइप तक जाते और वहां बैठते थे। यह बढ़िया जगह थी ,क्योंकि यह शांत और सुंदर थी। एक दिन एक अध्यापक ने हमें देख लिया और पाइप पर हमारा जाना बंद कर दिया गया। यह बड़ा दुखदाई था। अब लंच टाइम वैसा नहीं रहा,हमारे चारों ओर शोरगुल था। मैं सोचता हूं कि काश ! हमारे अध्यापक को हमारा पता ना चला होता।1.लेखक अपनी गुप्त जगह को कहता है।
- लंबी घास से घिरा नाले का पाइप
- एक मनोरंजन पार्क
- छिपने की स्वर्गीय जगह
- स्कूल से छिपने की जगह
2. आपके विचार से अध्यापक ने उनको नाले के पाइप पर जाना बंद क्यों किया होगा।
- उन्हें दंड देना चाहता था
- नाले के पाइप पर जाना सुरक्षित ना था
- वह नहीं चाहता था कि बच्चे खुश रहे
- शोरगुल के बीच लंच करना अच्छा है
3. वाचक का गुप्त और प्रिय स्थान था?
- मनोरंजन पार्क
- नदी तट
- नाले का पाइप
- स्कूल
4.क्या हुआ जब अध्यापक को गुप्त स्थान का पता चल गया
- अध्यापक ने उसके नाले के पाइप तक आने पर ध्यान नहीं दिया
- अध्यापक भी उसके साथ नाले के पाइप तक आए
- वह स्कूल से फिर से नाले के पाइप पर नहीं जा सके
- उनके लिए स्कूल में लंच टाइम को मनोरंजन बना दिया
5. लेखक ने इसे अपना प्रिय स्थान क्यों कहा है?
- इसके चारों और लंबी घास थी
- वहां वह अपने मित्र के साथ छुपन छुपाई खेलता था
- नदी के किनारे था
- यह सुंदर और शांत स्थान था
अनुच्छेद :(6)
दो मित्र जंगल में थे। उन्होंने एक भालू को अपनी ओर आते देखा। बड़ा लड़का डर के मारे जल्दी से पेड़ पर चढ़ गया और अपने मित्र को भूल गया। छोटा लड़का ठीक से ना चढ सका। वह धरती पर लेट गया और उसने मरे होने का बहाना किया। भालू आया वह उसके चारों ओर घुमा। उसने अपना चेहरा बच्चे के चेहरे के काफी निकट लगाया। उसे सुंघा,देखा और अंततः उसे छोड़कर चला गया। बड़ा लड़का पेड़ से उतरा अपने मित्र की ओर दौड़ा और उससे पूछा अरे तुम ठीक-ठाक हो? भालू क्या कर रहा था?छोटे मित्र ने जवाब दिया की ऐसे मित्र का भरोसा मत करो जो संकट के समय तुम्हारी मदद ना करें।1. मरे होने का बहाना किया का आशय है।
- लगभग जीवन हीन
- धरती पर चित्र पड़ गया
- भयभीत दिखाई पड़ा
- ऐसा दिखा जैसे मर गया हो
2.कहानी में सबसे चालाक कौन था?
- छोटा लड़का
- लड़का और भालू
- बड़ा लड़का
- भालू
3. बड़ा लड़का पेड़ पर चढ़ गया क्योंकि
- उसने सोचा वह भालू को आसानी से गोली मार देगा
- वह पेड़ पर आसानी से चल सकता था
- वह जंगल में अकेला था
- वह भालू से अपने को बचाना चाहता था
4.भालू ने छोटे लड़के को कोई हानि नहीं पहुंचाई क्योंकि
- वह पेड़ पर नहीं चढ़ा
- वह लड़के से डर गया
- उसने सोचा लड़का मर गया है
- उसे दया आ गई
5. कहानी की सीख क्या है
- जो अपने हितों की रक्षा करें वही सच्चा मित्र है
- जो संकट के समय धोखा ना दे वही सच्चा मित्र है
- जो सदा मीठा व्यवहार करें वही सच्चा मित्र है
- जो खुशी के दिनों में आपके साथ रहे वही सच्चा मित्र है
अनुच्छेद :(7)
ईसा पूर्व 776 से प्रत्येक 4 वर्ष बाद यूनान वासी बहुत बड़ा उत्सव मनाया करते थे। महान देवता जियूस के सम्मान में कलाकार, लेखक और खिलारी एकत्रित होते थे। ओलंपिया शहर में प्रतियोगिताएं आयोजित होती थी। इसलिए इस आयोजन को ओलंपिक खेल कहा जाने लगा। इस दिनों ओलंपिक खेलों में केवल खेलकूद की प्रतियोगिताएं ही नहीं होती थी बल्कि नाटक और कवियों द्वारा कविता पाठ होते तथा साथ ही दौड़े भी। यूनान वासियों के लिए यह खेल मन और शरीर के मेल थे और जीतने का प्रयास देवताओं के राजा जियूस के प्रति सम्मान था। यह कार्यक्रम 3 दिन तक चलते थे। खिलाड़ी दौड़ते ,कुश्ती लड़ते , घुड़सवारी करते रथ दौड़ते थे। खेल ओलंपिक की शपथ से आरंभ होते थे और पुरस्कार , दावत के साथ - साथ समाप्त हुआ करते थे।1. ओलंपिक किस शहर में आयोजित किए जाते थे?
- जियूस
- रोम
- पेरिस
- ओलंपिया
2.जियूस था।
- एक यूनानी देवता
- एक ओलंपिक खिलाड़ी
- एक महान राजा
- एक महान पहलवान
3. ओलंपिक खेल सर्वप्रथम कब आयोजित हुए थे
- 176 ईसा पूर्व में
- 1976 ईसा पूर्व में
- 976 ईसा पूर्व में
- 776 ईसा पूर्व में
4.खेलों में मेल होता है
- ईश्वर और मन का
- आत्मा और ईश्वर का
- मन और शरीर का
- शरीर और आत्मा का
5. यूनानीयों के लिए ओलंपिक में जीतने का प्रयास करने का अर्थ था
- खिलाड़ियों को पुरस्कार
- जियूस का सम्मान
- ईश्वर का उपहार
- इनमें से कोई नहीं